रात 2 बजे मिली सूचना पर प्रशासन और NDRF की टीम सक्रिय, लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
मनोज कश्यप
पटना। बोरिंग रोड चौराहा स्थित हरीलाल स्वीट्स के समीप एक बिल्डर द्वारा बिना पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के कराए गए गहरे खुदाई कार्य ने स्थानीय निवासियों की नींद उड़ा दी। बीती रात लगभग 2 बजे जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. को इस गंभीर स्थिति की सूचना मिली कि खुदाई के कारण आसपास के घरों को खतरा उत्पन्न हो गया है।
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सूचना मिलते ही जिलाधिकारी ने त्वरित एक्शन लेते हुए अपर जिला दंडाधिकारी (आपदा प्रबंधन) तथा NDRF की टीम को मौके पर भेजा। दोनों टीमें रातों-रात घटनास्थल पर पहुंच गईं और राहत एवं सुरक्षा कार्य शुरू कर दिया।
सुबह 8:30 बजे जिलाधिकारी ने स्वयं किया निरीक्षण
प्रशासन की सतर्कता का प्रमाण देते हुए जिलाधिकारी ने सुबह स्वयं स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय नागरिकों से संवाद किया। नागरिकों ने बताया कि बिल्डर ने दो-तीन मकानों से सटे क्षेत्र में बड़ा गड्ढा खोद दिया था, जिसमें बारिश का पानी भी भर गया। इससे इन मकानों की नींव पर खतरा उत्पन्न हो गया था।
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रिहायशी मकानों से लोगों को किया गया सुरक्षित इवैकुएट
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल सभी प्रभावित मकानों को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का निर्देश दिया। आसपास की दुकानों एवं अन्य घरों की भी जांच कर घेराबंदी (cordon-off) की गई ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
बिल्डर पर जांच और कार्रवाई के निर्देश
जिलाधिकारी ने मौके पर ही एक त्रिसदस्यीय जांच समिति का गठन कर दिया जिसमें अपर ज़िला दंडाधिकारी (आपदा प्रबंधन), अपर नगर आयुक्त एवं भूमि सुधार उप समाहर्ता, पटना सदर शामिल हैं। यह समिति जांच करेगी कि क्या बिल्डर ने भवन निर्माण उपविधियों, आपदा प्रबंधन अधिनियम एवं अन्य कानूनी प्रावधानों का पालन किया या नहीं।
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यदि उल्लंघन पाया गया, तो बिल्डर के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
शहर भर में निगरानी के निर्देश
जिलाधिकारी ने कहा कि इस प्रकार की लापरवाही अन्य क्षेत्रों में न दोहराई जाए, इसके लिए सभी अनुमंडल पदाधिकारियों और नगर निकायों को सतर्क रहने तथा निर्माण स्थलों की नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।