Thursday, November 6, 2025
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पटना नगर निगम का “कचड़े से आज़ादी” अभियान — प्लास्टिक बैन से लेकर सड़क शत्रु तक सख्त कार्यवाही

पटना, 12 अगस्त 2025 — स्वतंत्रता दिवस से गांधी जयंती तक पटना नगर निगम शहर में स्वच्छता और प्लास्टिक-मुक्ति के लिए एक बड़ा अभियान चलाने जा रहा है। “कचड़े से आज़ादी” थीम पर आधारित यह पहल 15 अगस्त से 2 अक्टूबर 2025 तक चलेगी, जिसका उद्देश्य न केवल सड़कों को साफ रखना है बल्कि शहरवासियों की आदतों में स्थायी बदलाव लाना भी है।

नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर के निर्देशानुसार यह अभियान महात्मा गांधी की स्वच्छता दृष्टि को समर्पित है और इसके तहत वार्ड स्तर पर विशेष टीमें गठित की जाएंगी जो रोजाना निगरानी रिपोर्ट दर्ज करेंगी।

प्रमुख फोकस क्षेत्र

1. नो प्लास्टिक फैंटास्टिक:

सिंगल-यूज़ प्लास्टिक जैसे पॉलीथिन, डिस्पोजेबल कप, और स्ट्रॉ पर पूरी तरह रोक। उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।

विश्लेषण: यह कदम मौजूदा प्लास्टिक प्रतिबंध की कमजोर प्रवर्तन व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में है। हालांकि, सस्ती और उपलब्ध वैकल्पिक थैलियों के बिना इसका प्रभाव सीमित हो सकता है।

2. येलो स्पॉट उन्मूलन:

खुले में पेशाब करने की समस्या पर रोक के लिए निगरानी और दंडात्मक कार्रवाई।

विश्लेषण: यह न केवल स्वच्छता बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य से भी जुड़ा है, खासकर बाजार और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में।

3. जीवीपी (Garbage Vulnerable Points) प्रबंधन:

कचरा जमा होने वाले स्थानों पर जागरूकता रैली और सफाई अभियान।

विश्लेषण: पटना में ऐसे संवेदनशील बिंदु बाढ़ और बरसात के समय जल निकासी अवरोध का बड़ा कारण हैं।

4. प्राइवेट लैंड सफाई:

निजी संपत्तियों पर जमा कचरे की सफाई और मालिकों को प्रोटोकॉल की जानकारी।

विश्लेषण: यह पहल निजी संपत्तियों से निकलने वाले कचरे के सार्वजनिक क्षेत्रों में फैलने की समस्या को कम कर सकती है।

5. काली सूची (ब्लैकलिस्ट):

सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फैलाने वालों के नाम दर्ज कर कार्रवाई।

विश्लेषण: नाम सार्वजनिक करने का मनोवैज्ञानिक दबाव लोगों में व्यवहार सुधार ला सकता है, लेकिन यह कानूनी चुनौती भी पैदा कर सकता है।

6. सड़क शत्रु अभियान:

सड़कों को गंदा करने वाले प्रतिष्ठानों और व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें “सड़क शत्रु” टैग देना।

विश्लेषण: यह ‘शेम एंड नेम’ स्ट्रैटेजी है जो अगर पारदर्शी तरीके से लागू हुई तो असरदार हो सकती है।

नागरिकों की भूमिका

नगर निगम ने नागरिकों से “मेरा पटना मेरी जवाबदेही” भावना के साथ सहयोग करने की अपील की है।

कचरा केवल निर्धारित डस्टबिन में डालें।

प्लास्टिक का उपयोग बंद करें।

उल्लंघन की सूचना हेल्पलाइन नंबर 155304 या व्हाट्सऐप चैटबॉट पर दें।

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