पटना, 28 अगस्त 2025 – राजधानी पटना में इस बार मॉनसून के दौरान हुई तेज बारिश के बीच जलनिकासी व्यवस्था को लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग को बड़ी सफलता मिली है। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (बीएसडीएमए) की समीक्षा बैठक में उपाध्यक्ष डॉ. उदयकांत ने इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (ICCC) की सराहना करते हुए कहा कि राजधानी क्षेत्र में रिकॉर्ड समय में जलजमाव की समस्या से लोगों को राहत दिलाई गई।
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सेंसर आधारित निगरानी से आसान हुआ प्रबंधन
बैठक में बताया गया कि पटना के सभी सम्प हाउस (ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन) को ICCC से जोड़ा गया है। सेंसर आधारित तकनीक की मदद से अधिकारियों ने वास्तविक समय में जलनिकासी की निगरानी की। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 20 मई 2025 को इस ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन एकीकरण एवं स्वचालन योजना का उद्घाटन किया था।
तेज प्रतिक्रिया और त्वरित निष्पादन
तेज बारिश के दौरान राजेंद्र नगर, मीठापुर, सब्जीबाग, करबिगहिया, दीघा, गाँधी मैदान और एयरपोर्ट जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में कुछ घंटों के भीतर ही जल निकासी कर ली गई। 19 क्यूआरटी (क्विक रिस्पॉन्स टीमें) चौबीसों घंटे तैनात रहीं और संप हाउसों के वाटर लेवल पर लगातार नजर रखीं।
व्यापक तैनाती और पंपिंग व्यवस्था
शहर में 56 स्थायी डीपीएस के अलावा 35 अस्थायी डीपीएस भी स्थापित किए गए। कुल 364 पंपों का उपयोग किया गया, जिनमें 265 विद्युत चालित और 99 डीजल पंप शामिल थे।
खानपुर, बरमुक्ता और दीघा नहर जैसे बड़े अस्थायी ड्रेनेज पर ट्रॉली माउंटेड पंप लगाए गए।
नूतन राजधानी अंचल में सबसे अधिक 26 डीपीएस और 105 पंप सक्रिय रहे।
शिकायतों का तत्काल निस्तारण
नगर निगम को प्राप्त टोल-फ्री नंबर 155304 पर आई सभी शिकायतों का तुरंत समाधान किया गया। जहां जरूरत पड़ी वहां अस्थायी पंप लगाकर पानी निकाला गया।
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स्वास्थ्य सुरक्षा पर भी जोर
सचिव श्री अभय कुमार सिंह ने पटना नगर निगम को सोनालिका नगर (वार्ड 56) सहित प्रभावित वार्डों में फॉगिंग और एंटी-लार्वा छिड़काव के निर्देश दिए, ताकि बारिश के बाद मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम हो सके।
“लोगों को तुरंत मिली राहत”
बीएसडीएमए उपाध्यक्ष ने कहा – “लगातार कई घंटों की बारिश के बावजूद राजधानी के लोगों को भारी जलजमाव से तुरंत राहत मिली। ICCC की तकनीक और नगर निगम की टीमों की त्वरित कार्रवाई से यह संभव हुआ।”