(18 से 22 जुलाई तक चलेगा पांच दिवसीय सत्र)
पटना, 15 जुलाई 2025:
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) पटना के वास्तुकला विभाग और INTACH (Indian National Trust for Art and Cultural Heritage) के संयुक्त तत्वावधान में 18 जुलाई से 22 जुलाई तक ‘फोटोग्रामेट्री आधारित हेरिटेज डॉक्यूमेंटेशन एंड कंजर्वेशन’ विषय पर एक पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम भारत के विभिन्न हिस्सों से आए पुरातत्व, वास्तुकला और सांस्कृतिक संरक्षण के विशेषज्ञों को एक साझा मंच प्रदान करेगा।
क्या है फोटोग्रामेट्री?
फोटोग्रामेट्री एक वैज्ञानिक तकनीक है, जिसमें तस्वीरों और छवियों की मदद से भौतिक वस्तुओं, इमारतों या विरासत स्थलों का 3D मॉडल तैयार किया जाता है। यह तकनीक ऐतिहासिक धरोहरों की बारीकियों को सुरक्षित रखने के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है।
कार्यक्रम का उद्देश्य:
पुरातत्व और वास्तु धरोहरों की डिजिटल मैपिंग और रिकॉर्डिंग
वैज्ञानिक और तकनीकी तरीके से सटीक दस्तावेजीकरण
युवा वास्तुविदों और शोधकर्ताओं को फील्ड-आधारित प्रशिक्षण देना
बिहार सहित भारत की विरासत संपदा को डिजिटली संरक्षित करने की दिशा में कदम
प्रमुख विशेषज्ञ और सत्र:
कार्यक्रम में निम्न विषयों पर विशेष सत्र आयोजित होंगे:
फील्ड वर्कशॉप: विरासत स्थलों का स्थल निरीक्षण एवं डिजिटल स्कैनिंग
सॉफ्टवेयर प्रशिक्षण: Agisoft Metashape, AutoCAD, SketchUp आदि पर कार्य
केस स्टडीज़: भारत के प्रमुख हेरिटेज प्रोजेक्ट्स पर चर्चा
संवाद सत्र: नीति निर्माताओं और संरक्षणकर्ताओं के साथ विचार-विमर्शINTACH की भूमिका:
INTACH लंबे समय से भारत की सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से INTACH और NIT पटना मिलकर बिहार के ऐतिहासिक स्थलों की डिजिटल डॉक्यूमेंटेशन प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे।
प्रवेश प्रक्रिया (पंजीकरण):
कार्यक्रम में भाग लेने के इच्छुक विद्यार्थी, शोधार्थी, वास्तुविद, पुरातत्व विशेषज्ञ और संबंधित क्षेत्र के पेशेवरों को पूर्व पंजीकरण करना अनिवार्य है।
पंजीकरण की जानकारी इस प्रकार है:
ऑनलाइन फॉर्म: https://www.nitp.ac.in/events/heritage2025
पंजीकरण शुल्क: ₹1000 (विद्यार्थियों के लिए छूट उपलब्ध)
पंजीकरण अंतिम तिथि: 17 जुलाई 2025
ईमेल संपर्क: heritageworkshop@nitp.ac.in
मोबाइल हेल्पलाइन: +91-9876543210 स्थान:
NIT-पटना, वास्तुकला विभाग, अशोक राजपथ, पटना–800005
NIT–पटना के निदेशक का वक्तव्य:
“इस प्रशिक्षण के माध्यम से हम डिजिटल टूल्स का उपयोग कर इतिहास को संरक्षित रखने की दिशा में नई पीढ़ी को प्रशिक्षित करेंगे। यह प्रयास हमारी विरासत को आनेवाली पीढ़ियों के लिए जीवित रखने की दिशा में मील का पत्थर होगा।“