पटना, 12 सितम्बर 2025
आगामी दुर्गा पूजा और लक्ष्मी पूजा के अवसर पर पटना नगर निगम ने शहर को स्वच्छ रखने और गंगा नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए विशेष व्यवस्था की है। इस बार निगम द्वारा कुल 10 कृत्रिम तालाब तैयार किए जा रहे हैं, जिनमें मूर्ति और पूजन सामग्री का विसर्जन किया जाएगा।
नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि, “त्योहार की खुशियों को पर्यावरणीय दायित्व के साथ मनाना है। यही कारण है कि पहली बार इतने बड़े पैमाने पर कृत्रिम तालाब बनाए जा रहे हैं। नागरिकों और पूजा समितियों को इस अभियान में पूरा सहयोग देना होगा।”
दुर्गा पूजा से पहले पटना की सड़कों पर प्रशासन का सख्त रुख
निगम ने स्पष्ट किया है कि निर्धारित तालाबों के अतिरिक्त कहीं भी मूर्ति विसर्जन करने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई और जुर्माना लगाया जाएगा।
कृत्रिम तालाबों की सूची
दुर्गा पूजा हेतु
पाटलिपुत्र अंचल: दीघा घाट, पाटी पुल घाघ
पटना सिटी अंचल: कंगन घाट, किला घाट, डमराही घाट
अजीमाबाद अंचल: भद्र घाट (पूर्वी), भद्र घाट (पश्चिमी), चित्रगुप्त तालाब, गाय घाट
लक्ष्मी पूजा हेतु
अजीमाबाद अंचल: भद्र घाट, महावीर घाट
पाटलिपुत्र अंचल: दीघा घाट
प्लास्टिक मुक्त अभियान
नगर निगम की विशेष टीमें सभी घाटों पर मौजूद रहेंगी। ये टीमें लोगों को पॉलीथिन, प्लास्टिक रैपर और अन्य गैर-बायोडिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग न करने के लिए जागरूक करेंगी।
निगम का उद्देश्य
गंगा नदी को प्रदूषण से बचाना
त्योहारों के दौरान शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखना
नागरिकों को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रेरित करना
नगर निगम ने समस्त नागरिकों और पूजा समितियों से अपील की है कि वे इस अभियान में सहयोग कर पटना को स्वच्छ और हरित शहर बनाने में सहभागी बनें।