शंभू यादव
पटना, 14 जुलाई 2025।
पटना जिले में लगातार सामने आ रही आपराधिक घटनाओं, महिला उत्पीड़न, शराब तस्करी और संगठित अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन ने रविवार को जिलेभर में एक निर्णायक और समन्वित अभियान चलाया। इस एक दिवसीय कार्रवाई में 152 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जो यह दर्शाता है कि पटना पुलिस अब पूरी तरह से एक्शन मोड में है।
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अपराध के हर पहलू को छूती कार्रवाई:
यह कार्रवाई केवल सांकेतिक नहीं, बल्कि विविध आपराधिक श्रेणियों में गहराई तक उतरने वाली थी। चाहे वह हत्या व हत्या के प्रयास, महिला उत्पीड़न, लूट, या फिर शराब माफियाओं की धरपकड़ हो – हर दिशा में पुलिस ने सख्ती से कार्रवाई की।
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हत्या – 3 गिरफ्तार
हत्या के प्रयास – 10 गिरफ्तार
महिला उत्पीड़न – 2 गिरफ्तार
शराब तस्करी और होम डिलीवरी – 19 गिरफ्तार
शराब पीने के आरोप में – 43 गिरफ्तार
अन्य आपराधिक गतिविधियां – 54 गिरफ्तार
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जब्ती भी उतनी ही बड़ी:
विदेशी शराब – 119.36 लीटर
देसी शराब – 646.9 लीटर
नकद बरामदगी – ₹40.10 लाख
जिंदा कारतूस, हथियार, मोबाइल फोन, वाहन और अन्य सामग्री भी जब्त की गई।
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लंबित वॉरंट और कुर्की निष्पादन:
कई आपराधिक मामलों में फरार आरोपियों पर भी शिकंजा कसा गया।
जमानतीय वॉरंट – 55 निष्पादित
अजमानतीय वॉरंट – 80 निष्पादित
कुर्की की कार्रवाई – 16 मामलों में हुई
क्यों जरूरी थी यह कार्रवाई?
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हालिया दिनों में पटना में हत्या, दिनदहाड़े लूट, महिला अपराध, और शराब माफियाओं की सक्रियता की लगातार खबरें सुर्खियों में रही हैं। पुलिस प्रशासन की ओर से सख्त और सार्वजनिक कार्रवाई की मांग हो रही थी। इस कार्रवाई ने एक स्पष्ट संदेश देने का कार्य किया है कि कानून व्यवस्था को चुनौती देना अब महंगा पड़ेगा।
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा द्वारा निर्देशित यह ऑपरेशन, न केवल अभियानों की संख्यात्मक उपलब्धि है, बल्कि संगठित और समन्वित पुलिसिंग का उदाहरण भी है।
पटना पुलिस ने संकेत दिया है कि यह कार्रवाई केवल शुरुआत है। जिले में अपराध की जड़ तक पहुंचने के लिए नियमित अभियान, निगरानी और विशेष दस्तों की तैनाती की जाएगी। साथ ही, थाना प्रभारियों को व्यक्तिगत जवाबदेही के साथ निर्देश दिए गए हैं कि “कोई भी अपराधी पुलिस रडार से बाहर न रहे।”
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पटना जिले में अपराधियों के बढ़ते दुस्साहस के बीच यह कार्रवाई पुलिस की तत्परता और गंभीरता की मजबूत झलक देती है। अब देखना यह है कि क्या यह एक दिन का सख्ती भरा अभियान था या अपराध पर लगाम कसने की लगातार चलने वाली रणनीति की शुरुआत।