पटना। जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. के निर्देशन में पटना जिले में निर्वाचक सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के तहत मतदाता जागरूकता व पंजीकरण कार्य को गति दी जा रही है। इस अभियान में प्रशासन ने जीविका, आईसीडीएस, एनयूएलएम और विकास मित्र जैसी जमीनी स्तर की इकाइयों की जबरदस्त भागीदारी सुनिश्चित की है।
अथमलगोला प्रखंड सहित जिले के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में जीविका कैडर को बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) के साथ समन्वय करते हुए नियुक्त किया गया है। जिले के 3,356 बूथों पर 3,356 जीविका कैडर गणना फॉर्म के वितरण व संग्रहण में BLOs को सहयोग कर रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, आईसीडीएस (आंगनवाड़ी) की 4,978 सेविकाएं फैसिलिटेटर की भूमिका में घर-घर जाकर पात्र नागरिकों को जागरूक कर रही हैं, ताकि कोई भी योग्य व्यक्ति मतदाता सूची से वंचित न रह जाए।
पटना नगर निगम क्षेत्र में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM) के तहत 20 कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन के माध्यम से 7,960 शहरी समूह सदस्य वार्ड स्तर पर मतदाता सूची पुनरीक्षण में सक्रिय सहयोग दे रहे हैं।
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वहीं अनुसूचित जाति बहुल 1,941 टोलों में 500 विकास मित्रों को भी विशेष रूप से नामित किया गया है ताकि हाशिये पर रह रहे समुदायों को सूची में सम्मिलित किया जा सके और लोकतंत्र में उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो।
प्रशासन का उद्देश्य: समावेशी और सटीक मतदाता सूची
पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने कहा, “यह पुनरीक्षण अभियान केवल तकनीकी प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने की दिशा में एक समर्पित प्रयास है। जमीनी स्तर पर कार्यरत कैडर, सेविका और विकास मित्र लोकतंत्र के सच्चे वाहक हैं।”
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व्यापक जन-संपर्क और गणना फॉर्म का वितरण
मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान घर-घर जाकर गणना फॉर्म (Form-6, 7, 8) का वितरण और संग्रह किया जा रहा है। जिन नागरिकों की उम्र 18 वर्ष पूर्ण हो चुकी है या होने वाली है, उनके लिए पंजीकरण करवाना अनिवार्य किया जा रहा है।