Thursday, November 6, 2025
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बिहार चुनावी राजनीति पर प्रशांत किशोर का वार: ‘जनता लड़ती है, नेता लूटते हैं’

अजय कुमार

पटना, 12 अगस्त — जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार की सियासत पर तीखा हमला करते हुए भाजपा और विपक्ष — दोनों को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने भाजपा नेताओं दिलीप जायसवाल और मंगल पांडे के कथित कारनामों का जिक्र करते हुए कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों जनता को डर की राजनीति में उलझाकर अपने-अपने फायदे साधते हैं।

प्रशांत किशोर के अनुसार, चुनाव आते ही बिहार में दो तरह का डर फैलाया जाता है —

एक तबके को राजद (RJD) का डर दिखाया जाता है

दूसरे तबके को भाजपा का डर दिखाया जाता है

उनका आरोप है कि इस ‘डर की राजनीति’ के जरिए मतदाताओं को भावनात्मक रूप से प्रभावित कर वोट हासिल किए जाते हैं। लेकिन चुनाव खत्म होते ही, सत्ता में आने वाली किसी भी पार्टी के नेता आपस में मिलकर मलाई काटने में लग जाते हैं।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यह राजनीति “चोर-चोर मौसेरे भाई” की स्क्रिप्ट पर चलती है, जिसमें आम जनता के मुद्दे चुनावी शोर में दब जाते हैं, और बाद में सरकार किसी की भी हो, जनता को कोई ठोस बदलाव नहीं मिलता।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रशांत किशोर का यह बयान बिहार के मौजूदा राजनीतिक समीकरणों को सीधे चुनौती देता है और मतदाताओं के बीच मौजूदा व्यवस्था के प्रति अविश्वास को और गहरा कर सकता है।

जन सुराज पार्टी पहले से ही राज्य में ‘जन संवाद यात्रा’ और जमीनी मुद्दों को उठाने के अभियान के जरिए अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। अब इस बयान के बाद आगामी विधानसभा चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि पीके का यह सीधा हमला सत्ता पक्ष और विपक्ष — दोनों के वोट बैंक पर कितना असर डालता है।

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