पटना, 21 अगस्त 2025 — पटना नगर निगम के करीब 4,000 कर्मचारी (सफाईकर्मी, वाहन/पंप चालक और अन्य) आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इस कदम से शहर की सफाई व्यवस्था ठप पड़ गई है और मानसून के मौसम में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
हड़ताल में शामिल यूनियन
इस आंदोलन का नेतृत्व पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी महासंघ कर रहा है। यूनियन का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक सफाई और पानी की सेवाएँ पूरी तरह बंद रहेंगी।
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11 सूत्री मांगें
हालांकि निगम प्रशासन को कई बार ज्ञापन सौंपा गया, लेकिन वार्ता नहीं होने से कर्मचारियों ने हड़ताल का रास्ता चुना। मांगों का सार इस प्रकार है—
दैनिक/अनुबंध कर्मियों का स्थायीकरण
समान कार्य के लिए समान वेतन
सेवानिवृत्त/मृत कर्मियों के लंबित देयों का भुगतान
सफाई सेवाओं के निजीकरण पर रोक
प्रभारी व्यवस्था समाप्त करना और पदानुकूल वेतनमान लागू करना
स्वास्थ्य संकट की आशंका
शहर में कचरे का ढेर लगने से स्थिति बिगड़ सकती है। बारिश के मौसम में जलजमाव और गंदगी से डेंगू और मलेरिया फैलने का खतरा बढ़ रहा है।
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प्रशासनिक स्थिति
नगर निगम और राज्य सरकार की ओर से अब तक कोई औपचारिक वार्ता नहीं बुलाई गई है। यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें पूरी नहीं होतीं तो वे मुख्यमंत्री आवास तक मार्च करेंगे।