Sunday, July 27, 2025
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बिहार विधानसभा का पहला दिन: विपक्ष का तीखा हमला: SIR मुद्दा, अपराध और गंगा की स्थिति पर सत्ता पक्ष को घेरा, सत्र स्थगित

बिहार विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार को जबरदस्त हंगामे के साथ हुई। विपक्षी दलों—राजद, कांग्रेस, वामदलों और AIMIM—ने राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था, मतदाता सूची (SIR) पुनरीक्षण में कथित गड़बड़ियों और गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का प्रयास किया।

विपक्ष का आक्रामक रुख

सत्र की शुरुआत होते ही CPI(ML) के विधायक काले कपड़े पहनकर सदन में पहुंचे। उनके हाथों में ‘गुंडाराज बंद करो’, ‘SIR वापस लो’ जैसे नारे लिखे पोस्टर और बैनर थे। RJD विधायक भाई वीरेंद्र ने विधानसभा में सीधा आरोप लगाया कि “भाजपा हत्या करवा रही है” और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की। विरोध इतना तीव्र था कि श्रद्धांजलि अर्पण के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन ने पहले ही दिन सत्ता पक्ष को बैकफुट पर धकेलने की रणनीति पर काम किया। विपक्ष का आरोप है कि चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे SIR (Special Summary Revision) अभियान के तहत गरीब, मुस्लिम और पिछड़े वर्गों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं, जो लोकतंत्र के खिलाफ है।

सत्ता पक्ष की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विपक्ष के आरोपों को “गुमराह करने वाला” बताया और कहा कि राज्य में कानून का राज है। संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि SIR अभियान निर्वाचन आयोग की प्रक्रिया है और इसमें राज्य सरकार की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने विपक्ष से बहस में भाग लेने की अपील की, लेकिन शोरगुल जारी रहा।

गंगा में उफान: पटना समेत कई जिलों में अलर्ट

विधानसभा सत्र के बाहर भी हालात गंभीर हैं। मानसून की लगातार बारिश के कारण गंगा, पुनपुन और सोन नदियों का जलस्तर कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है। पटना, बक्सर, भागलपुर, मुंगेर और सारण जिलों में प्रशासन ने नदी तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क कर दिया है।

गंगा का पानी कई निचले इलाकों में प्रवेश कर चुका है, जिससे स्थानीय निवासियों को पलायन करना पड़ रहा है। विपक्ष ने सरकार से पूछा है कि जब जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, तब अभी तक राहत और पुनर्वास की तैयारी क्यों नहीं की गई?

कार्यवाही स्थगित, टकराव की ओर बढ़ता मानसून सत्र

सदन में पहले ही दिन का कार्यवाही स्थगित हो जाना यह संकेत देता है कि मानसून सत्र का आगामी समय भी टकराव से भरा रहेगा। विपक्ष जहाँ SIR, कानून-व्यवस्था और बाढ़ की स्थिति को लेकर हमलावर रहेगा, वहीं सत्ता पक्ष इसके जवाब में प्रशासनिक मजबूती और कानून व्यवस्था की रक्षा की बात करेगा।

बिहार विधानसभा में आज का दिन विपक्ष की एकजुटता और आक्रामक रणनीति के नाम रहा। सत्ता पक्ष पर सवालों की बौछार हुई और विधानसभा परिसर भी राजनीति का अखाड़ा बन गया। बाहर गंगा उफान पर है, और भीतर सियासत भी। आने वाले दिनों में यह सत्र राज्य की राजनीति को नया मोड़ दे सकता है।

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