प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीराबेन मोदी का आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) आधारित फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के मामले में बिहार कांग्रेस आईटी सेल के नेताओं समेत कांग्रेस के आईटी सेल से जुड़े पदाधिकारियों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
भाजपा नेता संकेत गुप्ता की शिकायत पर दिल्ली के नॉर्थ एवेन्यू थाने में यह मामला दर्ज किया गया। एफआईआर में BNS-2023 की धारा 318(2), 336(3)(4), 340(2), 352, 356(2) और 61(2) के साथ-साथ आईटी एक्ट और डिजिटल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट के प्रावधान शामिल किए गए हैं।
कांग्रेस के हैंडल से जारी हुआ था वीडियो
एफआईआर के अनुसार, 10 सितंबर 2025 को शाम 6:12 बजे कांग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल (INC बिहार) से एआई जनरेटेड वीडियो पोस्ट किया गया। वीडियो में यह दावा किया गया कि “साहब के सपनों में आई मां,” और इसमें प्रधानमंत्री मोदी की मां हीराबेन को उनकी राजनीति की आलोचना करते हुए दिखाया गया।
भाजपा ने इस वीडियो को न केवल प्रधानमंत्री की व्यक्तिगत प्रतिष्ठा पर हमला बताया, बल्कि इसे महिला गरिमा और मातृत्व का भी अपमान करार दिया।
दरभंगा की यात्रा का भी जिक्र
शिकायत में यह भी उल्लेख है कि 27-28 अगस्त को दरभंगा में आयोजित कांग्रेस-आरजेडी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान भी प्रधानमंत्री मोदी और उनकी मां के खिलाफ अभद्र और अशोभनीय टिप्पणियां की गई थीं।
भाजपा का आरोप: राजनीति की मर्यादा लांघी
भाजपा का कहना है कि कांग्रेस ने राजनीति की मर्यादा को तोड़ते हुए प्रधानमंत्री के पारिवारिक जीवन को निशाना बनाया है। पार्टी नेताओं का आरोप है कि एआई तकनीक का दुरुपयोग कर जनता को गुमराह करने और प्रधानमंत्री की छवि खराब करने की कोशिश की गई है।
जांच में बिहार कांग्रेस आईटी सेल प्रमुख फोकस में
पुलिस ने प्रारंभिक जांच में यह पाया है कि इस वीडियो को बिहार कांग्रेस आईटी सेल से जुड़े नेताओं की सक्रियता के तहत प्रसारित किया गया। एफआईआर दर्ज होने के बाद अब इन नेताओं की भूमिका और जिम्मेदारी की जांच की जाएगी।