महागठबंधन में सीट को लेकर बढ़ी तकरार, सीपीएम बोली – “हर हाल में मटिहानी हम लड़ेंगे”
मटिहानी विधानसभा सीट पर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। पूर्व विधायक नरेन्द्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह के राजद में शामिल होने की अटकलों ने महागठबंधन के भीतर खलबली मचा दी है।
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गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में लगातार चार बार विधायक रहे बोगो सिंह को करारी हार का सामना करना पड़ा था। वे महज 330 वोटों से लोजपा प्रत्याशी राज कुमार सिंह से हार गए थे। वहीं, महागठबंधन के उम्मीदवार राजेंद्र प्रसाद सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे और बोगो सिंह से भी कुछ सौ वोट ही पीछे थे।
इसके बाद लोजपा से निर्वाचित इकलौते विधायक राज कुमार सिंह ने जदयू का दामन थाम लिया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नजदीकियां बढ़ा लीं। ऐसे में मटिहानी सीट पर समीकरण पूरी तरह बदलते दिख रहे हैं।
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पिछले महीने सीपीएम की जिला स्तरीय बैठक में पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य अशोक धबले और राज्य सचिव ललन चौधरी ने औपचारिक रूप से ऐलान किया था कि मटिहानी सीट से सीपीएम चुनाव लड़ेगी और उम्मीदवार होंगे राजेंद्र प्रसाद सिंह। दूसरी ओर, कांग्रेस भी इस सीट पर दावा ठोक रही है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष सर्जन सिंह ने यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।
ऐसे में जब बोगो सिंह के राजद में शामिल होने की खबरें फैलीं तो महागठबंधन के भीतर खींचतान और तेज हो गई। सीपीएम ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी स्थिति साफ करते हुए कहा कि “मटिहानी सीट से सीपीएम हर हाल में चुनाव लड़ेगी”। वहीं, राजद जिला कमिटी ने साफ किया कि बोगो सिंह के पार्टी में शामिल होने की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।
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फिलहाल, मटिहानी के मतदाताओं में मौजूदा विधायक को लेकर नाराजगी दिख रही है और आम चर्चाओं में बोगो सिंह की वापसी की बात कही जा रही है। हालांकि, अगर बोगो सिंह राजद से उम्मीदवार बनते हैं तो भूमिहार वोटरों के खिसकने की आशंका भी जताई जा रही है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर अंतिम फैसला क्या होता है और बोगो सिंह की राजनीतिक पारी किस नए मोड़ पर पहुंचती है।