पटना। राजधानी पटना के इंद्रपुरी इलाके में रविवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई। एक बंद कार के अंदर से दो मासूम बच्चों—9 वर्षीय लड़की और 5 वर्षीय लड़के—के शव बरामद होने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। यह मामला अब रहस्य बन गया है क्योंकि जहां पुलिस इसे दम घुटने से मौत मान रही है, वहीं मृत बच्चों के परिजनों ने इसे हत्या करार दिया है।
कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम
स्थानीय लोगों ने एक मकान के बाहर कई घंटों से खड़ी कार में बच्चों को अचेत देखा। जब दरवाजा खोला गया तो दोनों बच्चे बेहोश हालत में मिले। उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस का प्राथमिक अनुमान
पुलिस के अनुसार, दोनों बच्चों की मौत संभवतः कार के भीतर दम घुटने (सफोकेशन) से हुई होगी। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया कि कार लंबे समय से धूप में बंद पड़ी थी। हालांकि, बच्चों के शरीर पर कोई गंभीर चोट के निशान नहीं पाए गए हैं।
परिजनों का आरोप
वहीं, बच्चों के परिजनों ने घटना को संदिग्ध बताते हुए हत्या का आरोप लगाया है। परिवार का कहना है कि मासूम बच्चों का खुद से कार में जाकर फंस जाना संभव नहीं लगता। उनका मानना है कि किसी ने सुनियोजित तरीके से बच्चों की जान ली है।
फोरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज
पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों का कहना है कि अंतिम तौर पर मौत का कारण फोरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। साथ ही, सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि बच्चे कार तक कैसे पहुंचे।
इलाके में दहशत और आक्रोश
घटना के बाद पूरे इलाके में मातम और गुस्से का माहौल है। स्थानीय लोग प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि हर पहलू की गहनता से जांच होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।