नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार के माननीय मंत्री श्री जिवेश कुमार के समक्ष आज दिनांक 21 जुलाई 2025 को स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की उपलब्धियों को लेकर एक महत्वपूर्ण प्रस्तुतीकरण दिया गया।
इस प्रस्तुति में बिहार के शहरी क्षेत्रों द्वारा स्वच्छता अभियान में हासिल की गई प्रगति और राष्ट्रीय स्तर पर राज्य की छवि में हुए सुधार को विस्तार से बताया गया।
प्रमुख उपलब्धियां:
Source Segregation (स्रोत पर कचरा पृथक्करण) में बिहार ने व्यापक सुधार किया है, जिससे राज्य का औसत अब राष्ट्रीय औसत के करीब पहुंच चुका है।
ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण (Waste Processing) में भी बिहार के नगर निकायों ने महत्वपूर्ण प्रगति की है।
राज्य के 100 शहरों को ODF+ (Open Defecation Free Plus) घोषित किया गया है।
गया नगर निगम को ODF++ तथा पटना नगर निगम को Water+ मान्यता प्राप्त हुई है।
GFC Star Rating के तहत:
पटना और गया को 3 स्टार रेटिंग
भागलपुर और सुपौल को 1 स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है।
गंगा टाउन नेशनल रैंकिंग में बिहार के चार शहरों को शीर्ष 20 में स्थान मिला है।
विशेष रूप से पटना को “Promising Swachh Shehar Award” प्रदान किया गया है, जो राज्य की राजधानी की सफाई व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार को दर्शाता है।
मंत्री का निर्देश: आधारभूत सेवाओं में और तेजी लाएं
बैठक में मंत्री श्री जिवेश कुमार ने सभी नगर निकायों को यह निर्देश दिया कि:
प्रॉपर्टी सर्वे और होल्डिंग टैक्स प्रणाली को व्यापक बनाते हुए डिजिटल माध्यम से सुविधा को बढ़ाया जाए।
पटना मेट्रो परियोजना एवं बुडको (BUDCO) के कार्यों को निर्धारित समयसीमा में पूर्ण किया जाए।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी:
श्री अभय कुमार सिंह – सचिव, नगर विकास एवं आवास विभाग
श्री विजय प्रकाश मीणा – विशेष सचिव
अनिमेष पराशर – सचिव सह नगर आयुक्त
श्री अभिलाष शर्मा – संयुक्त सचिव
अन्य विभागीय अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।
स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में बिहार ने उल्लेखनीय सुधार कर यह साबित किया है कि राज्य अब केवल विकास की ओर बढ़ नहीं रहा, बल्कि स्थायी शहरी प्रबंधन और स्वच्छता संस्कृति को भी मजबूती से अपना रहा है।
पटना, गया, भागलपुर, सुपौल जैसे शहरों की इन उपलब्धियों ने न केवल राज्य की छवि को निखारा है, बल्कि देशभर में “स्वच्छ बिहार” की पहचान भी बनाई है।