पटना | 27 अगस्त 2025
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। बुधवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. और वरीय पुलिस अधीक्षक श्री कार्तिकेय के शर्मा ने संयुक्त रूप से विधि-व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने कहा कि स्वच्छ, निष्पक्ष, भयमुक्त और पारदर्शी चुनाव कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
अपराध नियंत्रण और विधि-व्यवस्था पर सख्ती
बैठक में निर्देश दिया गया कि अपराधियों और असामाजिक तत्वों पर निरोधात्मक कार्रवाई की जाए, शस्त्रों का सत्यापन किया जाए और मद्य निषेध कानून का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि किसी भी तरह की गड़बड़ी या शांति भंग करने की कोशिश पर कड़ी कार्रवाई होगी।
प्रलोभन-मुक्त मतदान पर जोर
डीएम ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि मतदाताओं को किसी भी प्रकार के प्रलोभन से बचाने के लिए अभियान चलाएँ। इसके लिए 563 सेक्टर पदाधिकारी और सेक्टर पुलिस पदाधिकारी भेद्य टोलों और मतदाताओं की पहचान कर लगातार निगरानी रखेंगे।
चुनावी खर्च और निगरानी व्यवस्था
निर्वाचन व्यय अनुश्रवण के लिए 24×7 निगरानी टीम गठित की गई है। करीब 20 प्रवर्तन एजेंसियां पैसों के लेन-देन पर नजर रखेंगी। आदर्श आचार संहिता के अनुपालन के लिए 21 कोषांग सक्रिय किए गए हैं। इसके अलावा स्टैटिक सर्विलांस टीम (एसएसटी) और फ्लाइंग स्क्वॉड भी तैनात किए जाएंगे।
सभी मतदाताओं के लिए बेहतर प्रबंध
डीएम ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का उत्सव है और इसे सहज, सुगम, सुरक्षित एवं समावेशी माहौल में सम्पन्न कराया जाएगा। मतदान केंद्रों पर वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
पदाधिकारियों को पारदर्शिता बनाए रखने का निर्देश
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सभी अधिकारी न सिर्फ निष्पक्ष होकर कार्य करें बल्कि जनता के बीच उनकी कार्य-निष्पक्षता भी दिखाई देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने क्षेत्र के हर हिस्से से परिचित रहें ताकि मतदाता बिना किसी डर या बाधा के अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें।
लोकतंत्र का उत्सव
डीएम और एसएसपी ने अधिकारियों से कहा कि प्रशासन इस चुनाव को एक लोकतांत्रिक उत्सव की तरह सम्पन्न कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। बैठक में सभी पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पदाधिकारी और अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।