Monday, July 28, 2025
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चुप नहीं बैठे हैं तेज प्रताप यादव, बस उन्हें है सही समय का इंतज़ार

पटना, 6 जुलाई 2025
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से निष्कासन के बाद तेज प्रताप यादव पूरी तरह से सियासी मोड में लौट चुके हैं। पार्टी नेतृत्व की कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताते हुए उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे चुप नहीं बैठेंगे—बल्कि इसका जवाब कानूनी और राजनीतिक दोनों मोर्चों पर देंगे।

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राजद नेतृत्व के खिलाफ कानूनी लड़ाई की तैयारी

तेज प्रताप ने RJD से निकाले जाने के फैसले को “साजिश” करार देते हुए कहा है कि वे जल्द ही न्यायालय की शरण लेंगे। उनका कहना है कि पार्टी के अंदर बैठे कुछ “दरबारी तत्वों” ने उन्हें किनारे करने के लिए संगठित षड्यंत्र रचा।

“मुझे पार्टी से निकालने का जो फैसला हुआ, वो सिर्फ़ तेजस्वी यादव को खुश करने के लिए किया गया। लेकिन मैं इसे चुपचाप स्वीकार नहीं करूंगा। मैं कोर्ट जाऊंगा और पूरी लड़ाई न्याय की बुनियाद पर लड़ूंगा।”

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तेजस्वी यादव से सीधी टक्कर की तैयारी

तेज प्रताप ने अब पहली बार सार्वजनिक रूप से यह संकेत भी दे दिया है कि उनकी लड़ाई अब तेजस्वी बनाम तेज प्रताप के रूप में सामने आ सकती है। उन्होंने कहा:

 “अब भाई के खिलाफ भी दो-दो हाथ करने का समय आ गया है। परिवार के नाम पर चुप रहा, लेकिन अब सिर्फ़ नाम नहीं चलेगा, काम और सम्मान की लड़ाई लड़ी जाएगी।”

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विश्वस्त सूत्रों के अनुसार तेज प्रताप तेजस्वी यादव के गढ़ में राजनीतिक चुनौती देने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। वे एक समानांतर जनाधार तैयार कर रहे हैं, विशेषकर युवा और यादव वोटरों के बीच।

हसनपुर से चुनाव और नई पार्टी का संकेत

तेज प्रताप ने यह भी ऐलान किया है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में हसनपुर सीट से मैदान में उतरेंगे। वे अपने समर्थकों के बीच लगातार सक्रिय हैं और गुपचुप ढंग से नई राजनीतिक ताकत बनाने की कोशिश भी कर रहे हैं।

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वे जल्द ही अपनी खुद की पार्टी या मोर्चा लॉन्च कर सकते हैं, जिसमें कई पूर्व RJD नेता और असंतुष्ट युवा नेता शामिल हो सकते हैं।

पारिवारिक संबंधों में तनाव, फिर भी सम्मान

तेज प्रताप ने साफ़ किया कि इस समय पिता लालू यादव से कोई संवाद नहीं हो रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि राबड़ी देवी ने हाल ही में उन्हें आम भेजे, जिससे यह संकेत मिला कि माँ के साथ उनका भावनात्मक जुड़ाव अभी भी बना हुआ है।

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अनुष्का यादव और सोशल मीडिया विवाद

अनुष्का यादव के साथ अपने रिश्तों पर भी तेज प्रताप खुलकर बोले हैं। उन्होंने कहा कि

“किसी से प्यार करना कोई अपराध नहीं है। मैं न तो छिपता हूं, न भागता हूं।”
हालांकि उन्होंने बाद में यह भी जोड़ा कि उनके सोशल मीडिया अकाउंट से कुछ पोस्ट बिना अनुमति के साझा हुए, जिन्हें उन्होंने “हैकिंग” बताया।

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तेज प्रताप यादव अब पूरी तरह मोर्चे पर हैं। वे एक नई लड़ाई की घोषणा कर चुके हैं—जो सिर्फ़ पारिवारिक या भावनात्मक नहीं, बल्कि एक राजनीतिक संघर्ष है।
राजद नेतृत्व को चुनौती देना, तेजस्वी यादव से टक्कर लेना और कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाना—ये तीनों पहलू यह संकेत देते हैं कि बिहार की राजनीति में तेज प्रताप की वापसी सिर्फ़ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि विस्फोटक हो सकती है।

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