पटना, 5 सितम्बर 2025
राजधानी पटना में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 10 दिनों में मरीजों की संख्या 113 से बढ़कर 354 हो गई है। आंकड़े बताते हैं कि लगभग 90% मामले शहरी इलाकों, खासकर बैंकिपोर जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों से आ रहे हैं।
रोकथाम के प्रयास
पटना नगर निगम ने बरसात के मौसम को देखते हुए डेंगू और मलेरिया रोकथाम के लिए कई कदम उठाए हैं—
जल जमाव की त्वरित निकासी
प्रभावित क्षेत्रों में एंटी-लार्वा फॉगिंग
कचरा उठाने में जीरो टॉलरेंस नीति
नागरिकों से लगातार सहयोग और जागरूकता की अपील
नगर आयुक्त अविनाश पाराशर लगातार जनता से स्वच्छता बनाए रखने और घरों के आसपास पानी जमा न होने देने की अपील कर रहे हैं।
फिर भी क्यों बढ़ रहे हैं मामले?
बारिश और जल जमाव: लगातार बारिश के कारण कई जगह पानी जमा हो रहा है, जो डेंगू मच्छरों के प्रजनन का सबसे अनुकूल स्थान है।
घनी आबादी वाले क्षेत्र: शहरी इलाकों में आबादी घनी होने से संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
जनसहयोग की कमी: निगम के प्रयासों के बावजूद, कई जगह लोग घरों और छतों पर जमा पानी को हटाने में सक्रिय सहयोग नहीं कर रहे।
विश्लेषण
पटना नगर निगम की ओर से प्रयास जारी हैं, लेकिन बढ़ते मामलों से साफ है कि यह अकेले सरकारी एजेंसी का काम नहीं है। डेंगू रोकथाम के लिए नागरिकों की सहभागिता अनिवार्य है।
विशेषज्ञों का मानना है कि—
यदि समय पर जल जमाव हटाने और स्वच्छता अभियान पर और जोर दिया जाए,
तथा जन-जागरूकता अभियान को मोहल्ला स्तर तक फैलाया जाए,
तो डेंगू के मामलों को नियंत्रित किया जा सकता है।