पटना जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस. एम. की अध्यक्षता में समाहरणालय परिसर में आयोजित ‘जिला जनता दरबार’ में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए कुल 62 फरियादियों की शिकायतें सुनी गईं। जनता दरबार में जिलाधिकारी ने सभी आवेदकों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना तथा संबंधित विभागों के अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के स्पष्ट निर्देश दिए।
इस जनसुनवाई कार्यक्रम का उद्देश्य आमजन की समस्याओं को सीधे जिला प्रशासन के समक्ष लाकर त्वरित, पारदर्शी और मानवीय दृष्टिकोण से समाधान सुनिश्चित करना है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि जनशिकायतों के समाधान में उत्तरदायित्व, पारदर्शिता एवं संवेदनशीलता की भावना होनी चाहिए।
प्रमुख शिकायतें और विषय:
जनता दरबार में प्रस्तुत समस्याएं मुख्यतः भूमि विवाद, पेंशन में विलंब, राशन कार्ड संबंधी शिकायतें, पारिवारिक झगड़े, छात्रवृत्ति में देरी, सरकारी योजनाओं का लाभ न मिलना, आवास योजना में चयन न होना जैसी रही।
एक वृद्ध महिला ने अपनी पेंशन वर्षों से लंबित होने की बात कही, जिस पर डीएम ने समाज कल्याण विभाग के प्रतिनिधि को दो दिनों में समाधान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
एक छात्र ने छात्रवृत्ति फॉर्म लंबित होने की शिकायत की, जिस पर शिक्षा विभाग से समन्वय कर त्वरित समाधान करने का आदेश दिया गया।
भूमि विवादों के मामलों में संबंधित अंचलाधिकारियों को राजस्व अंचल स्तर पर प्राथमिकता से जांच और निपटारा करने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी का स्पष्ट संदेश:
डॉ. त्यागराजन ने कहा, “जनता दरबार केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह प्रशासन की संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का प्रतिबिंब है। हर शिकायतकर्ता की पीड़ा को समझना और उस पर समयबद्ध कार्रवाई करना अधिकारियों का दायित्व है।”
उन्होंने सभी विभागों से यह भी अपेक्षा की कि प्रत्येक फरियादी को समाधान की स्थिति की जानकारी दी जाए और अनावश्यक विलंब किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जनता दरबार में रहे उपस्थित:
इस मौके पर जिला स्तरीय सभी प्रमुख विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें राजस्व, शिक्षा, समाज कल्याण, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, योजना, ग्रामीण विकास, अल्पसंख्यक कल्याण, और नगर निगम प्रतिनिधि शामिल थे।
समापन में विश्वास और संतोष:
जनता दरबार में आए अधिकतर फरियादियों ने अपनी बात को सीधे जिलाधिकारी के सामने रखने का अवसर पाकर संतोष प्रकट किया और उम्मीद जताई कि प्रशासन उनके मामलों को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र समाधान करेगा।
पटना जिला प्रशासन द्वारा आयोजित यह ‘जिला जनता दरबार’ न केवल लोक प्रशासन में पारदर्शिता और जनसरोकार की दिशा में एक सशक्त प्रयास है, बल्कि यह लोगों में प्रशासनिक व्यवस्था पर विश्वास को भी सुदृढ़ करता है। जिलाधिकारी की सक्रिय भागीदारी एवं संवेदनशील दृष्टिकोण से यह जनसुनवाई वास्तव में जन-हित की दिशा में एक अनुकरणीय पहल सिद्ध हो रही है।