बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के तहत चुनाव आयोग द्वारा शुरू किए गए मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (Special Intensive Revision – SIR) में पटना नगर निगम की भूमिका सक्रिय और सराहनीय हो गई है।
नगर निगम कर्मी बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) के साथ समन्वय स्थापित कर घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें आवश्यक गणना फॉर्म (Form 6, 7, 8 आदि) भरने में मदद कर रहे हैं।
क्यों ज़रूरी है यह अभियान?
इस अभियान का उद्देश्य बिहार के सभी पात्र नागरिकों को मतदाता सूची में सम्मिलित करना है, साथ ही मृत, दोहरी प्रविष्टि या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाकर सूची को अद्यतन और सटीक बनाना है। इस वर्ष आयोग की प्राथमिकता है कि “कोई भी पात्र नागरिक मताधिकार से वंचित न रहे।”
कैसे काम कर रहा है नगर निगम?
घर-घर जाकर संपर्क: पटना नगर निगम के कर्मचारी, बीएलओ के साथ मिलकर मोहल्लों, कॉलोनियों और अपार्टमेंट में जाकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं।
फॉर्म भरवाने में सहयोग: नए मतदाताओं का नाम जोड़ने (Form 6), गलतियों को सुधारने (Form 8), मृत/स्थानांतरित मतदाता को हटाने (Form 7) में सहायता दी जा रही है।
आधार लिंकिंग और फोटो सुधार: मतदाता पहचान पत्र को आधार से जोड़ने और फोटो अपडेट करने में भी मदद की जा रही है।
अवगत कराने का कार्य: लोगों को मतदाता सूची अद्यतन की अंतिम तिथि, आवश्यक दस्तावेज, और आवेदन की प्रक्रिया की जानकारी भी दी जा रही है।
विशेष तिथियाँ
अभियान प्रारंभ: जुलाई 2025 के प्रथम सप्ताह
अंतिम तिथि: 31 जुलाई 2025 (संभावित, राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निर्देशित)
अधिकारियों ने क्या कहा?
नगर आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, “सभी वार्डों में नगर निगम की टीम सक्रिय है। हमारा प्रयास है कि एक भी पात्र नागरिक मतदाता सूची से न छूटे। जनता को सहयोग प्रदान करने हेतु हेल्प डेस्क और बीएलओ सहायता केंद्र भी स्थापित किए गए हैं।”
ज़रूरी दस्तावेज़
आयु प्रमाण पत्र (10वीं का प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाणपत्र)
निवास प्रमाण पत्र (राशन कार्ड, बिजली बिल)
आधार कार्ड (यदि उपलब्ध हो)
अपील:
नगर निगम ने पटना के नागरिकों से अपील की है कि वे जब नगर निगम या बीएलओ के कर्मचारी उनके पास पहुँचें, तो सहयोग करें और आवश्यक दस्तावेज़ उपलब्ध कराएँ, ताकि मतदाता सूची में उनका नाम सही रूप से दर्ज हो सके।