Sunday, July 27, 2025
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गंगा स्वच्छता अभियान में पटना बना नया मॉडल: ‘चका चक पटना’ पहल से नई सोच की शुरुआत

पटना – गंगा की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को नई दिशा देने के लिए पटना नगर निगम और हेल्पर फाउंडेशन ने मिलकर एक अभिनव मॉडल ‘चका चक पटना’ तैयार किया है। यह पहल गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों को स्वच्छ, सुरक्षित और सुंदर बनाने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार और पर्यावरण के प्रति जागरूकता देने की एक अनूठी कोशिश है।

इस अभियान की अगुवाई हेल्पर फाउंडेशन के संस्थापक शुभम कुमार कर रहे हैं। संस्था ने बीते सात वर्षों में गंगा तटों पर स्वच्छता और जागरूकता को लेकर कई उल्लेखनीय पहलें की हैं, जिनका लाभ अब आम नागरिकों तक भी पहुंच रहा है।

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प्रमुख पहलें जो बदल रही हैं शहर की तस्वीर:

1. Plastic-Free गंगा अभियान
यह पहल गंगा तटों पर पूजा सामग्री और प्लास्टिक कचरे के उचित निष्पादन के लिए चलाई जा रही है। हजारों नागरिक इस सामाजिक स्वच्छता अभियान से जुड़ चुके हैं, जिन्होंने घाटों को साफ और सुंदर बनाने में योगदान दिया है।

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2. “Say No to Plastic” अभियान
शहरी बस्तियों, सरकारी स्कूलों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर यह अभियान छात्रों और नागरिकों को प्लास्टिक के नुकसान से अवगत कराता है। इसके तहत कार्यशालाएं, पोस्टर और संवाद सत्र आयोजित किए गए हैं।

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3. मिशन 1,00,000 पौधारोपण
वायु शुद्धिकरण, जलवायु परिवर्तन से मुकाबला और जैव विविधता के संरक्षण हेतु 1 लाख से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं।

4. गंगा स्वच्छता महाकुंभ
251 घंटे तक चले इस महाकुंभ में 5000 से ज्यादा लोगों ने भाग लिया, जिसमें डॉक्टर, शिक्षक, स्टार्टअप्स और आमजन शामिल थे। एक लाख किलोग्राम प्लास्टिक कचरे को नगर निगम को सौंपा गया।

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5. महिला ड्रेस चेंजिंग रूम
गंगा घाटों पर महिलाओं की सुविधा और स्वच्छता के लिए 42 ड्रेस चेंजिंग रूम स्थापित किए गए हैं, जिससे हजारों महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं।

6. “बोतल से सुरक्षा” पहल
1.63 लाख से ज्यादा प्लास्टिक बोतलों को रीसायकल कर अब तक 50,000 से अधिक पौधों की सुरक्षा के लिए उनका उपयोग किया गया है। साथ ही बोतलें गार्डनिंग और गाय-संरक्षण कार्यों में भी इस्तेमाल हो रही हैं।

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साझा उद्देश्य, साझा जिम्मेदारी

नगर निगम का स्पष्ट संदेश है कि गंगा और शहर की सफाई केवल एक संस्थान की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह सभी नागरिकों की सामूहिक जिम्मेदारी है। ‘हमारा उद्देश्य सिर्फ साफ-सफाई नहीं, बल्कि नागरिकों को पर्यावरणीय जिम्मेदारी के साथ जोड़ना है।’

🔹 मेरा शहर मेरी जवाबदेही
🔹 कुछ हम करें, कुछ आप करें
🔹 मिलकर पटना साफ करें

 

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