राजधानी पटना के पारस अस्पताल में दिनदहाड़े हुई सनसनीखेज हत्या ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया था। सरेआम अस्पताल के भीतर अपराधियों ने अपराधी चंदन मिश्रा को गोली मार दी थी, जिससे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद शहर में भय और आक्रोश का माहौल बन गया था। लेकिन अब पटना पुलिस ने सतर्कता और तेज़ कार्रवाई दिखाते हुए इस चर्चित हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है।
मुख्य आरोपी कोलकाता से गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में मुख्य शूटर तौसीफ राजा समेत कुल 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। कोलकाता पुलिस और बिहार STF के सहयोग से यह संयुक्त ऑपरेशन सफल हुआ। इन अपराधियों ने वारदात के बाद कोलकाता में शरण ले रखी थी, लेकिन पुलिस की पकड़ से ज्यादा दिन बाहर नहीं रह सके।
कैसे हुआ खुलासा?
पटना पुलिस ने घटना के बाद से ही तकनीकी निगरानी, सीसीटीवी विश्लेषण, मोबाइल ट्रैकिंग और सूचना तंत्र के जरिये जांच को विस्तार दिया। पुलिस ने पाया कि यह हत्या आपसी गैंगवॉर और पुरानी रंजिश का परिणाम थी।
घटना के बाद गहन छानबीन कर यह भी पता चला कि हमलावरों ने योजनाबद्ध तरीके से अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थान को चुना और बड़ी बेफिक्री से घटना को अंजाम देकर फरार हो गए।
पटना में गोपाल खेमका हत्याकांड: लापरवाही पर गिरी गाज, गांधी मैदान थानेदार राजेश कुमार निलंबित
आम लोगों में दहशत
पटना जैसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाके में खुलेआम अस्पताल के भीतर हत्या ने आम लोगों के मन में दहशत पैदा कर दी थी। लोग आशंकित थे कि जब अस्पताल भी सुरक्षित नहीं रहा, तो आम जनजीवन कैसे महफूज़ रहेगा। लेकिन इसी भय के बीच पटना पुलिस ने यह साबित कर दिया कि “अपराधी कितने भी चालाक और हिम्मती क्यों न हों, अगर पुलिस सतर्क है, तो अपराधियों की खैर नहीं।”
पुलिस ने दिखा दिया कि अपराधी किसी भी बिल में जाकर दुबकें, उन्हें तलाश कर निकाला ही जाएगा।
आगे क्या?
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और उनके नेटवर्क से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश भी की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस हत्याकांड से जुड़े दो अन्य संदिग्धों की भी पहचान हो चुकी है जिन्हें जल्द हिरासत में लिया जा सकता है।
पटना के पारस हॉस्पिटल में घुसकर गोलियों से भून डाला: बक्सर के कुख्यात चंदन मिश्रा की दिनदहाड़े हत्या, शहर में फैली दहशत
पटना पुलिस की तत्परता और STF के साथ उसकी समन्वित कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अपराध पर नियंत्रण संभव है — बशर्ते इच्छा शक्ति और पेशेवर कार्यशैली हो। चंदन मिश्रा की हत्या को लेकर भले ही अपराधियों ने दुस्साहस दिखाया हो, लेकिन पुलिस ने यह दिखा दिया कि कानून का हाथ लंबा होता है।