हालिया दिनों में पटना में हुई कुछ सनसनीखेज हत्याओं ने जहाँ यह संदेश देने की कोशिश की कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, वहीं पटना पुलिस ने अपनी ताबड़तोड़ कार्रवाई से इन दावों को पूरी तरह गलत साबित कर दिया है। वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्तिकेय शर्मा के नेतृत्व में जिलेभर में चलाए जा रहे अभियान के तहत न सिर्फ बड़े अपराधियों की गिरफ्तारी हो रही है, बल्कि दो एनकाउंटर में खतरनाक अपराधियों को भी पुलिस ने बेअसर कर दिया है।
गोपाल खेमका मर्डर केस में हथियार सप्लायर ‘राजा’ का एनकाउंटर
गोपाल खेमका हत्याकांड, जो पटना के व्यवसायिक हलकों में दहशत का कारण बना था, में बड़ी सफलता तब मिली जब मुख्य हथियार सप्लायर ‘राजा’ को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। यह एनकाउंटर इस बात का प्रमाण है कि पटना पुलिस हत्या जैसे जघन्य अपराधों के पीछे की पूरी श्रृंखला को तोड़ने में जुटी है, न कि सिर्फ घटना के बाद कार्रवाई तक सीमित है।
लूटकांड में शामिल अपराधी भी मुठभेड़ में घायल
दूसरी बड़ी कार्रवाई में एक लूटकांड में शामिल वांछित अपराधी पुलिस मुठभेड़ में घायल हुआ, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके कब्जे से अवैध हथियार और लूट की रकम बरामद की गई है। इस मुठभेड़ ने जिले में सक्रिय लुटेरों के गिरोहों में खलबली मचा दी है।
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263 गिरफ्तारियां और भारी जब्ती: 48 घंटे में ऑपरेशन क्लीन का असर
13 और 14 जुलाई को दो दिन की कार्रवाई में कुल 263 गिरफ्तारियां हुईं। इनमें हत्या, बलात्कार, महिला उत्पीड़न, शराब तस्करी और अन्य संगीन मामलों के आरोपी शामिल हैं। इसके अलावा:
विदेशी शराब – 617.7 लीटर
देशी शराब – 802.7 लीटर
हथियार – 3 अग्नेयास्त्र
जिन्दा कारतूस – 95
मोबाइल – 16, वाहन – 14, नकद ₹40 लाख से अधिक बरामद
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एसएसपी के निर्देश: हर थाना क्षेत्र में हो सभी वांछितों की गिरफ्तारी
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि “जिले के हर थाने में छोटे से बड़ा वांछित अपराधी — चाहे वह हत्या, लूट, या अन्य अपराध में शामिल हो — उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
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उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि थानों को टास्क सौंपे गए हैं और कार्य निष्पादन की नियमित समीक्षा की जा रही है। पुलिस टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं, और गश्ती को तकनीकी सहायता से मजबूत किया गया है।
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अपराधियों में खौफ, जनता में भरोसा
पुलिस की इन तीव्र और असरदार कार्रवाइयों से अपराधियों में जबरदस्त खौफ का माहौल है। कई वांछित आरोपी भूमिगत हो गए हैं, और कुछ ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया है। वहीं, आम नागरिक पुलिस की सख्ती से राहत महसूस कर रहे हैं।
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जहाँ एक ओर कुछ घटनाओं को आधार बनाकर यह प्रचारित किया जा रहा था कि पटना में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, वहीं पटना पुलिस प्रमुख कार्तिकेय शर्मा की रणनीतिक और निर्णायक कार्रवाई ने स्पष्ट कर दिया है कि अपराध पर कोई समझौता नहीं होगा। एनकाउंटर और व्यापक गिरफ्तारियों से जिले में ‘अपराधमुक्ति अभियान’ पूरी गति से जारी है।