पटना, 26 सितंबर 2025।
दुर्गा पूजा के अवसर पर पटना नगर निगम और अन्य नगर निकायों ने मूर्ति एवं पूजन सामग्रियों के विसर्जन के लिए शहर के विभिन्न नदी घाटों पर कृत्रिम तालाब बनाए हैं। नगर निगम ने गंगा घाटों पर करीब 10 कृत्रिम तालाब तैयार किए हैं, जबकि अन्य निकायों द्वारा भी कृत्रिम घाटों का निर्माण कराया जा रहा है।
पटना नगर निगम क्षेत्र में बनाए गए कृत्रिम तालाबों की सूची इस प्रकार है—
पाटलिपुत्र अंचल: दीघा घाट, पाटी पुल घाट
पटना सिटी अंचल: कंगन घाट, किला घाट, डमराही घाट
अजीमाबाद अंचल: भद्र घाट (पूर्वी), भद्र घाट (पश्चिमी), चित्रगुप्त तालाब, गाय घाट
जिलाधिकारी पटना ने बताया कि मूर्ति विसर्जन के दौरान विधि-व्यवस्था संधारण के लिए तीन पालियों में दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी तैनात रहेंगे। मानिकचंद तालाब, दीघा पाटीपुल घाट, लॉ कॉलेज घाट, राज पेट्रोल पंप के सामने बड़ी देवी जी मिलन स्थल, गायघाट, भद्रघाट, कंगनघाट, दमराही घाट, नंदगोला घाट, नारियल घाट, नासरीगंज घाट और शाहपुर गंगा घाट पर सुरक्षा और निगरानी की विशेष व्यवस्था की गई है। इन घाटों पर आपदा प्रबंधन के तहत नाव, नाविक, गोताखोर और एसडीआरएफ की टीम भी मौजूद रहेगी।
महत्वपूर्ण है कि जल (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम, 1974 के अनुसार किसी भी प्रवाहमान जल में मूर्ति विसर्जन पर पूर्ण प्रतिबंध है। इस बार सभी मूर्तियों का विसर्जन केवल कृत्रिम तालाबों में ही किया जाएगा। इसके साथ ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली 2016 के तहत जैव-विघटनीय सामग्रियों को अलग से एकत्र करने और पर्यावरण अनुकूल विसर्जन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
पूजा समितियों को इन दिशा-निर्देशों से अवगत करा दिया गया है। जिला प्रशासन और नगर निगम की विशेष जागरूकता टीमें भी घाटों पर मौजूद रहेंगी, जो नागरिकों को केवल निर्धारित तालाबों में विसर्जन करने और प्लास्टिक या अन्य अजैविक सामग्री का उपयोग न करने के लिए प्रेरित करेंगी।
