Sunday, July 27, 2025
Homeबिहारमद्य निषेध पर कठोर रुख: पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एस.एम. की कड़ी...

मद्य निषेध पर कठोर रुख: पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एस.एम. की कड़ी चेतावनी — “शराब माफिया पर हो विधि-सम्मत निर्णायक वार”

बिहार में पूर्ण मद्य निषेध कानून लागू होने के बावजूद अवैध शराब कारोबार एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। ऐसे में पटना जिले के समाहर्त्ता-सह-जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने एक बार फिर प्रशासनिक सक्रियता का परिचय देते हुए मद्य-निषेध एवं उत्पाद अधिनियम से संबंधित मामलों की गहन समीक्षा की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि अब केवल कागजी कार्रवाई से नहीं, बल्कि ज़मीनी प्रभाव वाले निर्णायक कदमों से परिणाम लाने होंगे।

“कोई योग्य मतदाता छूटे ना”: पटना में Enumeration Form संग्रह अभियान को डॉक्टर त्यागराजन एस. एम. ने दी रफ्तार

समीक्षा बैठक में दिए गए मुख्य निर्देश:

1. शराब माफियाओं के विरुद्ध विधि-सम्मत कड़ी कार्रवाई — किसी भी दबाव में आए बिना अपराधियों को न्यायिक प्रक्रिया के दायरे में लाया जाए।

2. कन्विक्शन दर में तेजी लाना — पुलिस और अभियोजन विभाग में बेहतर समन्वय से मामलों का त्वरित निष्पादन हो।

3. जब्त शराब का शीघ्र विनष्टीकरण — मालखानों में पड़ी जब्त शराब को बिना देरी नष्ट करने की कार्रवाई शुरू हो।

4. जब्त वाहनों का मूल्यांकन और नीलामी — कानूनी प्रक्रिया पूरी कर इनसे राजस्व अर्जित करने की दिशा में कदम।

5. चेकपोस्ट को सक्रिय और मॉनिटरिंग नियमित — न केवल कागज पर, बल्कि ज़मीनी स्तर पर चेकपोस्ट संचालन हो।

6. अनुमंडल स्तर पर समन्वित कार्रवाई — अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी थानावार लंबित मामलों की संयुक्त समीक्षा

वज्रपात और डूबने की घटनाओं से निपटने को लेकर पटना में मॉकड्रिल का आयोजन, SDRF और आपदा मित्रों ने किया अभ्यास

प्रशासनिक नेतृत्व की मिसाल: डॉ. त्यागराजन एस.एम.

डॉ. त्यागराजन एस.एम. का प्रशासनिक कार्यशैली में तत्परता, अनुशासन और परिणाममुखिता स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। उन्होंने साफ कर दिया है कि मद्य निषेध कानून का उल्लंघन करने वालों के लिए कोई राहत नहीं होगी। केवल केस दर्ज कर खानापूर्ति नहीं, बल्कि उसका निष्कर्ष (Conviction) तक पहुँचना उनकी प्राथमिकता है।

बिहार में वोटर वेरिफिकेशन पर बवाल: पारदर्शिता से क्यों डर रहा है विपक्ष?

उनकी यह दृष्टिकोण न सिर्फ एक सशक्त प्रशासनिक संदेश है, बल्कि यह उन नागरिकों के लिए भी आश्वासन है जो एक सुरक्षित और नशा-मुक्त समाज की अपेक्षा करते हैं।

नीति से निष्पादन तक: एक मजबूत सिस्टम की जरूरत

विशेषज्ञों के अनुसार, अवैध शराब के विरुद्ध लड़ाई तभी सफल हो सकती है जब FIR से लेकर कोर्ट के निर्णय तक की श्रृंखला मजबूत हो। डॉ. त्यागराजन का यही प्रयास है — एक समन्वित, पारदर्शी और जवाबदेह तंत्र खड़ा करना जिसमें कार्रवाई दिखे भी और उसका असर महसूस भी हो।

पटना के नए डीएम डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने संभाला मोर्चा: भू-माफिया, शराब व बालू तस्करों पर होगी ‘नो टॉलरेंस’ कार्रवाई

पटना जिला प्रशासन अब केवल निर्देश जारी नहीं कर रहा, बल्कि ज़मीनी कार्यान्वयन और प्रभावी परिणाम पर केंद्रित है। डॉ. त्यागराजन एस.एम. के नेतृत्व में चल रही यह मुहिम बिहार में मद्य निषेध कानून को मजबूत आधार देने की दिशा में एक गंभीर और रणनीतिक प्रयास है।

यह भी पढ़े

अन्य खबरे