नवादा: बिहार पुलिस ने साइबर अपराध पर शिकंजा कसते हुए नवादा जिले के वरिसलीगंज थाना क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की है। गुप्त सूचना के आधार पर ग्राम चकवाय स्थित आम के बागीचा में छापेमारी की गई, जहाँ पुलिस ने एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया और 4 विधि-विरुद्ध बालकों को निरुद्ध किया। मौके से 8 मोबाइल फोन बरामद किए गए।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गिरोह विभिन्न कंपनियों के नाम पर फर्जी लोन ऑफर देकर लोगों का व्यक्तिगत डाटा एकत्र करता था और उसका दुरुपयोग कर ऑनलाइन ठगी करता था। पुलिस की तत्परता से ये सभी रंगे हाथ पकड़े गए।
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गौरतलब है कि झारखंड का जामताड़ा लंबे समय तक साइबर अपराध का गढ़ माना जाता रहा है, जहाँ अपराधी पहाड़ों और खेतों में छुपकर देशभर के लोगों को निशाना बनाते थे। स्थानीय पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल की सख्त कार्रवाई के बाद जामताड़ा में ऐसी गतिविधियों पर रोक लगी, लेकिन अब वही मॉडल ऑफ अप्रेंटिस देशभर के अलग-अलग हिस्सों में अपराधियों द्वारा अपनाया जा रहा है।
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नवादा में नाबालिग बच्चों की संलिप्तता के साथ साइबर अपराध का सामने आना इस बात का संकेत है कि अपराधी नए तरीके से युवाओं को बहकाकर ठगी के खेल में शामिल कर रहे हैं। हालांकि, नवादा पुलिस की यह कार्रवाई सराहनीय है, क्योंकि इसने न केवल ऐसे नेटवर्क पर अंकुश लगाने की दिशा में ठोस कदम उठाया है, बल्कि यह संदेश भी दिया है कि साइबर अपराध पर “जीरो टॉलरेंस” की नीति के तहत कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।
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पुलिस का कहना है कि फरार अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है और इस पूरे नेटवर्क की जाँच विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर की जा रही है। साथ ही आम जनता से अपील की गई है कि किसी भी संदिग्ध कॉल या ऑफर पर भरोसा न करें और तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें।