बिहार की राजधानी पटना समेत इसके ग्रामीण क्षेत्रों में गंगा और अन्य प्रमुख नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। कई स्थानों पर गंगा नदी ने खतरे का निशान पार कर लिया है, जिससे जिले के दीघा, फतुहा, दनियावां, खुसरूपुर और मोकामा अंचलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर SDRF व अन्य राहत बलों को सक्रिय कर दिया है।
पटना में बाढ़ का खतरा गहराया: गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर, पुनपुन और सोन भी अलर्ट स्तर पर
गंगा नदी का जलस्तर खतरे के ऊपर
गंगा नदी का जलस्तर पटना के दीघा, गांधी घाट और हाथीदह जैसे प्रमुख स्थलों पर खतरे के निशान को पार कर चुका है। दीघा घाट पर जलस्तर 52.52 मीटर तक पहुँच गया है, जबकि खतरे का निशान 50.45 मीटर है। इसी तरह गांधी घाट और हाथीदह में भी पानी का स्तर तेज़ी से ऊपर बढ़ रहा है।
पिछले 24 घंटों में जलस्तर में औसतन 1.5 मीटर तक की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे घाटों के किनारे की सड़कें और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है।
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ग्रामीण पटना में तबाही के संकेत
पटना जिले के ग्रामीण क्षेत्रों, विशेष रूप से दियारा क्षेत्र, फतुहा, खुसरूपुर, पंडारक और मोकामा में जलस्तर बढ़ने से खेतों में पानी भर गया है। कई गांवों में लोगों को अपने घर छोड़कर सड़क किनारे शरण लेनी पड़ी है। दर्जनों स्कूलों में पानी घुसने की वजह से प्रशासन ने कई शिक्षण संस्थानों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।
एक अनुमान के अनुसार, अब तक 76 से अधिक सरकारी विद्यालय प्रभावित हुए हैं और लगभग 40 गांव आंशिक या पूर्ण रूप से जलमग्न हैं।
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फल्गु और दरधा नदी भी उफान पर
पटना से सटे जहानाबाद में फल्गु नदी के किनारे तटबंध टूटने से भारी बाढ़ आई है। नंदन और भारथी गांवों में कई मकान क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। उधर दरधा नदी में उफान से उदेरास्थान बैराज से 1.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे फतुहा, दनियावां, धनरुआ और खुसरूपुर ब्लॉकों में स्थिति और गंभीर हो गई है।
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प्रशासन अलर्ट मोड पर
पटना के जिलाधिकारी डॉ. एस.एम. त्यागराजन ने सभी अंचल अधिकारियों को चौकसी बरतने और राहत सामग्री पहले से स्टॉक करने के निर्देश दिए हैं। NDRF व SDRF की टीमें 245 नाविकों के साथ तैनात की जा चुकी हैं।
प्रमुख राहत सामग्री में शामिल हैं:
नाव, लाइफ जैकेट, मोटर बोट
पॉलीथीन शीट, पेयजल किट
जेनेरेटर, ब्लीचिंग पाउडर, रैपिड टेस्ट किट्स
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा का हवाई निरीक्षण कर स्वयं हालात का जायजा लिया और अधिकारियों से चौबीसों घंटे निगरानी रखने को कहा।
प्रभावित इलाकों की सूची (मुख्य ब्लॉक)
ब्लॉक/क्षेत्र प्रमुख नदियाँ स्थिति
दीघा, गांधी घाट गंगा खतरे के ऊपर जलस्तर
फतुहा, दनियावां गंगा, दरधा बाढ़ की आशंका
खुसरूपुर गंगा, दरधा जलभराव, सड़कें बंद
मोकामा, हाथीदह गंगा खेत जलमग्न
जहानाबाद (घोषी ब्लॉक) फल्गु तटबंध टूटा, तबाही
जनता से अपील
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और बाढ़ की सूचना मिलने पर निचले इलाकों से ऊँचे स्थानों पर चले जाएं। साथ ही किसी भी आपात स्थिति में टोल-फ्री नंबर 1070 या 112 पर संपर्क करें।
पटना जिला एक बार फिर बाढ़ के गंभीर खतरे से दो-चार हो रहा है। गंगा और उसकी सहायक नदियों में बढ़ता जलस्तर सरकार और प्रशासन के लिए चुनौती बनता जा रहा है। राहत कार्य समय रहते शुरू किए गए हैं, लेकिन वास्तविक असर आने वाले दिनों में दिखेगा जब पानी का बहाव और बढ़ेगा।