पटना, 31 अगस्त 2025।
कन्या मध्य विद्यालय, अमलाटोला (अंचल-गर्दनीबाग, पटना) में 27 अगस्त को हुई दिल दहला देने वाली घटना में पाँचवीं कक्षा की छात्रा जोया परवीण की आग लगने से हुई मृत्यु के मामले को जिला प्रशासन ने अत्यंत गंभीरता से लिया है।
जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने घटना को “आपराधिक लापरवाही” बताते हुए कहा कि विद्यालय परिसर में ऐसी दुखद घटना होना प्रशासनिक नियंत्रण के अभाव और असंवेदनशीलता को दर्शाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में दोषी पाए जाने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
घटना के दिन विद्यालय के प्रभार में रहे सहायक शिक्षक कमलेश कुमार को डीएम के निर्देश पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी प्रारंभ कर दी गई है और निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, पटना सदर का कार्यालय निर्धारित किया गया है।
इससे पूर्व, विद्यालय की नियमित प्रधानाध्यापिका प्रेमलता कुमारी को भी 29 अगस्त को ही निलंबित कर दिया गया था। उन्हें निलंबन अवधि में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, फुलवारी शरीफ के कार्यालय से संबद्ध किया गया है।
डीएम ने दो टूक कहा—
“प्रधानाध्यापक अवकाश पर हों या विद्यालय प्रभार में हो, विद्यालय की व्यवस्था और विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है। इस मामले में दोनों की लापरवाही स्पष्ट है, इसलिए दोनों को निलंबित किया गया है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि जिले में आधिकारिक दायित्वों के निर्वहन में किसी भी तरह की शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषी अधिकारियों व कर्मियों पर विभागीय एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई अनिवार्य रूप से की जाएगी।
यह घटना न केवल शिक्षा व्यवस्था की गंभीर लापरवाही को उजागर करती है बल्कि प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि विद्यार्थियों की सुरक्षा से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं होगा।
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