पटना मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर बिहार की राजधानी के निवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। ‘ब्लू लाइन’ के पहले चरण, जो डिपो-कमर्शियल कॉरिडोर (मार्च से ISBT) के रूप में जाना जाता है, का 90% कार्य पूरा हो चुका है, और यह 15 अगस्त 2025 को जनता के लिए चालू किए जाने की संभावना है।
6.49 किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर, पटना मेट्रो परियोजना की पहली चालू लाइन बनेगा, जो न केवल यात्रा के अनुभव को बदलेगा, बल्कि शहरी यातायात दबाव को भी कम करेगा।
परियोजना का विवरण:
🔹 कॉरिडोर मार्च–ISBT (डिपो लाइन) – पटना मेट्रो ब्लू लाइन
🔹 कुल लंबाई 6.49 किलोमीटर
🔹 स्टेशन 5 (मार्च, मलाही पकड़ी, राजेंद्र नगर, जीरो माइल, ISBT)
🔹 निर्माण प्रगति 90% कार्य पूर्ण
🔹 उद्घाटन लक्ष्य 15 अगस्त 2025
🔹 संचालन एजेंसी PMRCL (पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड)
तकनीकी और भौगोलिक विशेषताएँ:
यह खंड पूरी तरह एलिवेटेड (उन्नत प्लेटफॉर्म) पर आधारित है।
सभी स्टेशन स्वचालित टिकटिंग, एस्केलेटर, लिफ्ट, और सुरक्षा निगरानी से युक्त होंगे।
आईएसबीटी स्टेशन पटना के सबसे बड़े इंटरचेंज टर्मिनलों में से एक होगा, जहाँ मेट्रो, बस और अन्य सार्वजनिक परिवहन को जोड़ने का प्रावधान होगा।
निर्माण प्रगति:
ट्रैक बिछाने, स्टेशन का स्ट्रक्चर, इलेक्ट्रिकल फिटिंग, और कमांड रूम इंटीग्रेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है।
सिग्नल और संचार व्यवस्था को अंतिम चरण में टेस्ट किया जा रहा है।
ट्रायल रन मई–जून 2025 में प्रस्तावित है, जिसके बाद सेफ्टी सर्टिफिकेशन के लिए CMRS (Commissioner of Metro Railway Safety) को आमंत्रित किया जाएगा।
प्रशासनिक बयान:
PMRCL के प्रबंध निदेशक ने बताया:
“पटना मेट्रो की ब्लू लाइन का पहला खंड तय समय में लगभग तैयार है। हम 15 अगस्त को इसके उद्घाटन की दिशा में पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।”
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भविष्य की योजना:
पटना मेट्रो परियोजना में कुल दो प्रमुख कॉरिडोर (ब्लू और रेड लाइन) हैं:
ब्लू लाइन:
ISBT से बेली रोड होते हुए दानापुर तक जाएगी।
टोटल लंबाई: लगभग 14.05 किमी
कई हिस्सों में अंडरग्राउंड और एलिवेटेड निर्माण
रेड लाइन:
कंकरबाग से मीठापुर, सचिवालय, अशोक राजपथ होते हुए पटना यूनिवर्सिटी तक
टोटल लंबाई: लगभग 16.86 किमी
मुख्य रूप से अंडरग्राउंड
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यातायात दबाव में कमी ऑटो, बस और निजी वाहनों पर निर्भरता घटेगी
समय की बचत ISBT से राजेंद्र नगर तक 15–20 मिनट में यात्रा संभव
पर्यावरणीय लाभ प्रदूषण में कमी, ग्रीन ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा
रोजगार ऑपरेशन और मेंटेनेंस स्टाफ के लिए नई नौकरियाँ
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संपर्क और सुविधा:
यात्रियों के लिए इंटीग्रेटेड मोबिलिटी ऐप, QR कोड आधारित टिकटिंग और स्मार्ट कार्ड की सुविधा भी प्रस्तावित है।
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स्टेशन परिसर में स्मार्ट पार्किंग, EV चार्जिंग स्टेशन और महिला सुरक्षा सेल** की भी योजना है।
पटना मेट्रो का यह पहला चरण राजधानी के यातायात और जीवनशैली में एक युगांतकारी बदलाव लाने जा रहा है। 15 अगस्त 2025 से यह न केवल पटना के नागरिकों के लिए सुविधा का स्रोत बनेगा, बल्कि यह पूरे बिहार के लिए विकास और गतिशीलता का प्रतीक भी बनेगा।